लोगों की राय

आलोचना >> वीरेन्द्र जैन के उपन्यासों में युग चेतना

वीरेन्द्र जैन के उपन्यासों में युग चेतना

उमा मेहता

प्रकाशक : भारतीय साहित्य संग्रह प्रकाशित वर्ष : 2017
पृष्ठ :358
मुखपृष्ठ : ई-पुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 10166

Like this Hindi book 0

पी एच डी शोध प्रबन्ध

यह शोध- प्रबंध “वीरेन्द्र जैन: जीवनयात्रा एवं कृतित्व”, “साहित्य और युग चेतना”, “वीरेन्द्र जैन के उपन्यास और सामाजिक चेतना”, “वीरेन्द्र जैन के उपन्यास और राजनीतिक चेतना”, “वीरेन्द्र जैन के उपन्यास और सांस्कृतिक चेतना”, “वीरेन्द्र जैन के उपन्यास और आर्थिक चेतना” एवं अंत में “वीरेन्द्र जैन के उपन्यासों में युग-चेतना : समग्र मूल्यांकन” इस प्रकार सात अध्यायों में लिखा हैं तथा अंत में उपसंहार दिया गया हैं।

प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

No reviews for this book

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: mxx

Filename: partials/footer.php

Line Number: 7

hellothai